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कैंसर विश्व में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है, जिससे हर वर्ष लाखों लोग मरते हैं। आज के उन्नत चिकित्सा उपकरणों ने उपचार को आसान बना दिया है, लेकिन कई रोगियों को समय पर निदान और उपचार नहीं मिल पाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि लक्षणों की पहचान और निदान जल्दी हो जाए तो कैंसर का प्रभावी उपचार संभव है और जीवन प्रत्याशा बढ़ाई जा सकती है।
कैंसर होने के कई महत्वपूर्ण जोखिम हैं। कैंसर के जोखिम को बढ़ाने वाले कारकों में धूम्रपान, अधिक वजन या मोटापा, अत्यधिक शराब का सेवन, तथा कैंसर का पारिवारिक इतिहास शामिल हैं। इसलिए, इन जोखिमों को गंभीरता से लेना और उचित निवारक उपाय अपनाना आवश्यक है। जीवनशैली में बदलाव लाकर और नियमित स्वास्थ्य जांच कराकर इस जोखिम को कम किया जा सकता है, जिससे कैंसर के प्रभावों को रोका जा सकता है।
चोट या कट से रक्तस्राव होना सामान्य है, लेकिन बार-बार असामान्य रक्तस्राव होने पर गंभीर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। मूत्र, मल या खांसी में रक्त का आना कैंसर का संभावित संकेत हो सकता है। फेफड़ों या मल से रक्तस्राव विशेष रूप से कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि समय पर निदान और उपचार से जान बचाई जा सकती है।
यदि शरीर पर कोई असामान्य गांठ या सूजन एक सप्ताह से अधिक समय तक बनी रहे तो विशेषज्ञ से परामर्श लें। गर्दन में सूजन गर्दन या मुंह के कैंसर का संकेत हो सकती है, जबकि स्तन में सूजन स्तन कैंसर का संकेत है। शरीर के किसी भी हिस्से में ऐसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है, क्योंकि समय पर जांच से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।
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